माँ की भक्ति में ना हो फूहड़ता और संवेदनहीनता

माँ की भक्ति में ना हो फूहड़ता और संवेदनहीनता

महापौर की कलम🖋️से

याद रखें इंदौर शहर की जनता, माँ की भक्ति में ना हो फूहड़ता और संवेदनहीनता,
नवरात्रि के उल्लास में झलके इंदौर की संस्कृति, सभ्यता, शालीनता और स्वच्छता।

नमस्कार इंदौर,

मित्रों! शक्तिस्वरूपा माँ जगदम्बा के आशीर्वाद से सम्पूर्ण शहर माँ दुर्गा की भक्ति में डूब रहा है, रहवासी संघों के छोटे से पंडालो से लेकर बड़े-बड़े गरबा स्थलों पर अगाध श्रद्धा-भक्ति के साथ देवी माँ विराजित की गयी है।
माँ दुर्गा के आशीर्वाद से शहर के गरबा स्थलों पर चलने वाले नौ दिनी गरबा उत्सव बड़े ही उत्साह के साथ आरंभ हो गए है, इस उत्साहमयी शुरुआत के साथ ही मेरी और आपकी एक जिम्मेदारी भी बढ़ गयी है, यह जिम्मेदारी है भक्ति और नारी शक्ति के सम्मान की, सामाजिक वातावरण के शुचिता और देवी माँ की गरिमा की तथा आपके अपने पंडालो के गरिमा की, सम्पूर्ण इंदौर शहर की संस्कृति, स्वच्छता और शालीनता की।
सबसे महत्त्वपूर्ण बात है कि हमे आयोजन में शासन द्वारा निर्धारित गाईड लाइन का अक्षरशः पालन करना है। हमें उत्सव को उत्साह के साथ मनाना ही है लेकिन लेकिन इस उत्सव के दिनों में नारी के सम्मान तथा सुरक्षा को लेकर जागरूक भी रहना है , हर आयोजक संस्था की यह जिम्मेदारी है की वह गरबा समाप्ति के बाद इस बात को सुनिश्चित कर ले कि गरबे में भाग ले रही सभी महिलाएं सकुशल घर पहुँचे।
शहर की हर आयोजक संस्था के अलावा यह हमारी स्वयं की भी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम हमारी इन बहनों की सुरक्षा में तत्पर रहें ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना आनंद को किसी त्रासदी में ना बदल दें।

मित्रों! अक्सर देखने में आता है कि कई पंडालो में माता की मूर्ति की स्थापना तो बड़ी ही श्रृद्धा-भक्ति के साथ विराजित की जाती है किन्तु लाउडस्पीकरों से बजने वाला संगीत भजन न होकर फूहड़ या ऐसे गीत होते हैं जिनका इस आयोजन में कोई औचित्य ही नही होता है। हमें इस बार इन गीतों के चयन में बड़ा ही सचेत होकर शालीन भक्तिमय भजनों का चुनाव करना है क्योंकि ये भक्ति का उत्सव है, शक्ति स्वरूपा माँ भगवती का उत्सव है जिसमें केवल और केवल श्रद्धा-भक्ति का स्थान है।

इसके साथ ही हमें लाउडस्पीकरों के उपयोग को लेकर माननीय न्यायालय द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का पालन भी पूर्ण निष्ठा से करना है ताकि हमारी वजह से किसी अन्य के दैनिक क्रियाकलापों, अस्वस्थ व्यक्ति या अध्ययन में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो।

हमें गरबा स्थलों पर स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखना है। हमें स्वयं को तो स्वच्छता बनाये रखना ही है, साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना है कि कोई अन्य व्यक्ति भी गंदगी न फैलाये। अगर कोई भी व्यक्ति हमें गंदगी फैलाते हुए दिखाई दे तो यह हमारा नैतिक दायित्व है कि हम ऐसे व्यक्ति को गंदगी फ़ैलाने से रोके, क्योंकि ये हमारा शहर है जो पूरे विश्व में स्वच्छता की मिसाल कायम कर रहा है, इसलिए हमें इस नवरात्र महापर्व में स्वच्छता को विशेष प्राथमिकता देना है।

मित्रों! कोविड की भयावहता भले ही कम हो गयी हो किन्तु अभी भी हमें कोविड प्रोटोकॉल का तत्परता के साथ पालन करना है, उत्साह के इस त्योहार में हम हमारे स्वास्थ्य को अनदेखा न करे, हमें त्योहार तो मनाना ही है पर अभी भी हमें कोरोना को हराना है इसलिए मास्क और निश्चित दूरी के साथ गरबा का आनंद ले।

मित्रों हमारी यही छोटी-छोटी सकारात्मक कोशिशें हमें भारत ही नहीं अपितु विश्व के सबसे व्यवस्थित, सुशासित, शालीन, स्वच्छ इंदौर का नागरिक बनायेगी इन्ही मंगलकामनाओं के साथ की माँ दुर्गा की कृपा सदैव इंदौर नगरी और यहाँ की जनता पर बनी रहे
जय हिन्द।

आपका पुष्यमित्र भार्गव
महापौर इंदौर

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